Old Pension Scheme

कर्मचारियों के लिए बल्ले बल्ले पुरानी पेंशन को लेकर नया नियम जानें किसे मिलेगा फायदा! Old Pension Scheme

Old Pension Scheme – कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर बड़ा फैसला सामने आया है। सरकार द्वारा बनाए गए नए नियमों ने लाखों कर्मचारियों को उम्मीद की नई किरण दी है। पहले जहां नई पेंशन योजना (NPS) लागू होने के बाद कई कर्मचारियों को भविष्य की सुरक्षा को लेकर चिंता थी, वहीं अब पुराने पेंशन सिस्टम (OPS) की वापसी से उन्हें स्थिर और निश्चित पेंशन का लाभ मिल सकता है। इस नियम का फायदा मुख्य रूप से उन्हीं कर्मचारियों को मिलेगा जो सरकारी नौकरी में सालों से कार्यरत हैं और जिनकी नियुक्ति पुराने समय में हुई थी। पुरानी पेंशन योजना में कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद जीवनभर निश्चित राशि मिलती है, जो उनकी सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के लिए बहुत उपयोगी होती है। नई व्यवस्था में पेंशन निवेश के बाजार जोखिमों पर आधारित थी, जिससे रिटायरमेंट के बाद आय अनिश्चित रहती थी। यही वजह है कि कर्मचारी लगातार OPS की मांग कर रहे थे और अब सरकार का यह कदम उनके लिए राहत की खबर है।

Old Pension Scheme
Old Pension Scheme

पुरानी पेंशन स्कीम का महत्व

पुरानी पेंशन योजना का सबसे बड़ा महत्व इसकी गारंटी और सुरक्षा है। इसमें कर्मचारियों को नौकरी के बाद उनकी अंतिम तनख्वाह के आधार पर पेंशन दी जाती है, जिससे उन्हें भविष्य में आर्थिक कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता। यह योजना खासकर उन कर्मचारियों के लिए वरदान साबित होती है, जिनकी नौकरी से आय ही उनकी सबसे बड़ी पूंजी होती है। NPS के तहत जहां पेंशन का निर्धारण मार्केट पर निर्भर था, वहीं OPS में पूरी तरह सुरक्षित और स्थिर आय का भरोसा मिलता है। यही कारण है कि अधिकांश कर्मचारी और कर्मचारी संगठन इसकी वापसी की मांग करते रहे हैं। OPS में पेंशन के साथ-साथ परिवार पेंशन की भी सुविधा होती है, जिससे कर्मचारियों की मृत्यु के बाद उनके परिजन भी लाभान्वित होते हैं। इस तरह यह योजना परिवार की दीर्घकालिक सुरक्षा सुनिश्चित करती है।

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किन कर्मचारियों को मिलेगा फायदा

सरकार द्वारा जारी नियमों के अनुसार, पुराने पेंशन स्कीम का लाभ मुख्य रूप से उन्हीं कर्मचारियों को दिया जाएगा जिनकी नियुक्ति 1 जनवरी 2004 से पहले हुई थी। इसके बाद नियुक्त हुए कर्मचारी नई पेंशन योजना के अंतर्गत ही रहेंगे। हालांकि, हाल ही में कुछ राज्यों ने अपने कर्मचारियों के लिए OPS लागू करने का ऐलान किया है, जिससे लाखों कर्मचारियों को राहत मिली है। यह नियम शिक्षकों, पुलिसकर्मियों, प्रशासनिक कर्मचारियों और अन्य सरकारी सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा। पेंशन का फायदा न केवल कर्मचारी को मिलेगा बल्कि उनके आश्रितों को भी इसका लाभ प्राप्त होगा। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि कर्मचारियों को भविष्य में बाजार के उतार-चढ़ाव की चिंता नहीं करनी होगी और उन्हें निश्चित पेंशन राशि का भरोसा मिलेगा।

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नई पेंशन योजना और पुरानी स्कीम का अंतर

नई पेंशन योजना (NPS) और पुरानी पेंशन योजना (OPS) में सबसे बड़ा अंतर गारंटी का है। NPS पूरी तरह से मार्केट पर आधारित है, जिसमें कर्मचारियों के योगदान को शेयर और बॉन्ड्स में निवेश किया जाता है। इसका मतलब है कि बाजार अच्छा होगा तो पेंशन ज्यादा मिलेगी और बाजार गिरा तो पेंशन कम हो सकती है। दूसरी तरफ OPS में ऐसी कोई अनिश्चितता नहीं होती। इसमें सरकार पेंशन की गारंटी देती है और कर्मचारियों को उनकी अंतिम वेतन के आधार पर पेंशन मिलती है। यही कारण है कि OPS को ज्यादा सुरक्षित और भरोसेमंद माना जाता है। OPS में पेंशन के साथ महंगाई भत्ता (DA) भी जुड़ा होता है, जिससे बढ़ती महंगाई का असर कम होता है और कर्मचारी आर्थिक रूप से सुरक्षित रहते हैं।

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पुरानी पेंशन स्कीम की वापसी पर प्रतिक्रिया

पुरानी पेंशन स्कीम की वापसी पर कर्मचारियों और उनके संगठनों ने खुशी जताई है। लंबे समय से चल रही मांग के बाद सरकार द्वारा इस दिशा में कदम उठाना कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत है। कई राज्यों ने पहले ही OPS को लागू कर दिया है और केंद्र स्तर पर भी इस पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि OPS न केवल उनकी सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करता है बल्कि यह उन्हें भविष्य की आर्थिक चिंता से भी मुक्त करता है। वहीं, वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि OPS सरकार पर आर्थिक बोझ बढ़ा सकता है, लेकिन कर्मचारियों की भलाई के लिए यह जरूरी कदम है। कुल मिलाकर, OPS की वापसी से कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा और वे अपने भविष्य को लेकर अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे।

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