DA Hike Update – ताज़ा DA Hike Update के बाद सरकारी कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। महंगाई भत्ते (DA) और महंगाई राहत (DR) में बढ़ोतरी का असर सीधे हर महीने आने वाली सैलरी और पेंशन पर पड़ेगा, जिससे महंगाई के दबाव को काफी हद तक बैलेंस किया जा सकेगा। सरकार की इस घोषणा को ‘बड़ा ऐलान’ इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इससे करोड़ों परिवारों की नेट-टेक-होम आय में इज़ाफा होगा और त्योहारी सीज़न से पहले घरेलू बजट को सहारा मिलेगा। DA/DR का निर्धारण उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPIN—Industrial Workers, 2016=100) के औसत पर होता है; इसलिए जैसे-जैसे मुद्रास्फीति में उतार-चढ़ाव आता है, वैसे-वैसे भत्ते की दरें भी समायोजित होती हैं। नई दरें अधिसूचना के बाद लागू होती हैं, और कई बार प्रभावी तिथि से भुगतान तक के अंतर के लिए एरियर भी मिल जाता है। 7th CPC के तहत बेसिक पे/बेसिक पेंशन पर लगने वाले DA/DR का HRA, TA और अन्य अलाउंसेज़ पर भी अप्रत्यक्ष असर दिखता है, इसलिए समग्र पैकेज में ‘चार चांद’ लगने जैसा लाभ अनुभूत होता है।

किन्हें मिलेगा फायदा: कर्मचारी, पेंशनर और परिवार पेंशनर
DA बढ़ोतरी का सबसे प्रत्यक्ष लाभ केंद्र सरकार के स्थायी/अस्थायी कर्मचारियों, सिविल व डिफेंस स्टाफ और केंद्र सरकार के पेंशनरों को मिलता है। इसके साथ-साथ फैमिली पेंशन प्राप्त करने वाले आश्रितों के लिए भी DR में समान प्रतिशत से वृद्धि लागू होती है। स्वायत्त निकायों, सांविधिक संस्थाओं और कुछ केंद्रीय उपक्रमों में DA/DR का पास-थ्रू उनके नियमों के अनुसार होता है; अतः वहाँ बोर्ड/गवर्निंग काउंसिल की औपचारिक मंजूरी के बाद नई दरें लागू की जाती हैं। कई राज्य सरकारें भी प्रायः केंद्र की घोषणा के बाद अपने-अपने कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए समान वृद्धि घोषित करती हैं, हालाँकि समय-सीमा और प्रतिशत राज्य की वित्तीय स्थिति पर निर्भर कर सकते हैं। बैंकिंग/बीमा जैसे क्षेत्रों में IBA/LIAC जैसी उद्योग-स्तरीय वार्ताएँ DA-फॉर्मूला और रिविज़न साइकल तय करती हैं। कुल मिलाकर, घोषणा के प्रभाव क्षेत्र को देखते हुए यह बढ़ोतरी व्यापक है और वेतन-पेंशन संरचना में वास्तविक क्रय-शक्ति बढ़ाने में मदद करती है।
कितना बढ़ता है DA: फॉर्मूला, उदाहरण और कैलकुलेशन
DA/DR की गणना 12 महीनों के औसत AICPIN (2016=100) पर आधारित होती है, जिसे समय-समय पर श्रम मंत्रालय जारी करता है। व्यावहारिक समझ के लिए एक सरल उदाहरण लें: मान लीजिए किसी कर्मचारी का बेसिक पे ₹42,300 है और मौजूदा DA 50% चल रहा है। यदि नई अधिसूचना में DA में 4% अंक की और वृद्धि मानी जाए (सिर्फ उदाहरणार्थ), तो नई दर 54% हो जाएगी। तब मासिक DA = ₹42,300 × 54% = ₹22,842 होगा, यानी पहले के ₹21,150 की तुलना में ₹1,692 प्रति माह अतिरिक्त। अगर प्रभावी तिथि पिछली तिमाही से मानी जाए तो एरियर भी बन सकता है, जो सर्विस में कर्मचारियों के लिए सैलरी के साथ और पेंशनरों के लिए DR एरियर के रूप में क्रेडिट होता है। ध्यान रहे, वास्तविक प्रतिशत सरकारी अधिसूचना से ही तय होता है; इसलिए अंतिम रकम आपकी पे-स्लिप/पीपीओ और विभागीय आदेश के अनुसार ही मानी जाएगी।
पेंशनरों के लिए खास: DR, एरियर और टैक्स का प्रभाव
पेंशनरों के संदर्भ में DA को DR (Dearness Relief) कहा जाता है और यह बेसिक पेंशन/फैमिली पेंशन पर लागू होता है। नई दर प्रभावी होते ही बैंक/ट्रेझरी के माध्यम से बढ़ी हुई DR राशि नियमित मासिक पेंशन में जुड़ जाती है, जबकि पूर्व अवधि का एरियर अलग से क्रेडिट किया जाता है। जिन पेंशनरों की उम्र 80+, 85+, 90+ आदि है, उनके लिए मौजूद अतिरिक्त पेंशन प्रतिशत (जहाँ लागू) के साथ DR बढ़ोतरी मिलकर कुल पेंशन को और मजबूत बनाती है। टैक्स के लिहाज़ से, पेंशन ‘सैलेरी’ हेड में टैक्सेबल मानी जाती है; अतः DR से बढ़ी वार्षिक आय आपकी स्लैब/रिबेट पर असर डाल सकती है। इसलिए वित्त वर्ष के बीच में DA/DR बढ़ने पर फॉर्म 16/पेंशन सर्टिफिकेट देखते हुए TDS/एडवांस टैक्स की योजना बनाना समझदारी है, ताकि वर्ष-अंत में टैक्स देनदारी अचानक न बढ़े।

HRA, TA और राज्यों पर पड़ने वाला असर
DA का प्रभाव सिर्फ बेसिक पर लगने वाली राशि तक सीमित नहीं है; HRA, TA और कुछ विशेष भत्तों के रीकैलिब्रेशन में भी इसकी भूमिका रहती है। आमतौर पर HRA की श्रेणियाँ (X, Y, Z सिटी) अलग-अलग दरों पर तय होती हैं, और कुछ सीमा-बिंदुओं (जैसे DA का 50%/75% पार करना) पर HRA दरों की समीक्षा का प्रावधान मिलता है—हालाँकि अंतिम निर्णय वित्त मंत्रालय/राज्य वित्त विभाग की अधिसूचना से ही होता है। राज्यों में केंद्र के बाद अक्सर समान/मिलती-जुलती बढ़ोतरी आती है, लेकिन समय-सीमा और प्रतिशत राज्य की राजकोषीय क्षमता पर निर्भर करते हैं। निजी क्षेत्र में DA जैसे स्वचालित भत्ते का चलन व्यापक नहीं है; वहाँ CTC/वेरिएबल पे के ज़रिये मुद्रास्फीति-समायोजन होता है। कर्मचारियों/पेंशनरों के लिए सबसे अच्छा कदम है कि वे अपने विभागीय आदेश, पे-स्लिप/पीपीओ और बैंक मेमो को ध्यान से पढ़ें और किसी भी अंतर के लिए DDO/बैंक हेल्पडेस्क से तुरंत संपर्क करें।
क्या सरकार ने स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए भी कोई छूट दी?
हां, स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी महंगाई भत्ता में वृद्धि मिली।
क्या इस नए ऐलान से सरकारी कर्मचारियों का वेतन समान हो जाएगा?
नहीं, स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोई छूट नहीं।
क्या इस नए ऐलान से नौकरी छोड़ने वाले कर्मचारियों को कोई लाभ होगा?
संभावना है, यह ऐलान कर्मचारियों को यहाँ बना सकता है।
क्या इस नए ऐलान से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा?
हां, ऐलान के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
क्या इस नए ऐलान से स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार होगा?
हां, सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दिया है।
क्या इस नए ऐलान से पेंशन भोगियों को लाभ होगा?

हां, सैलरी में महंगाई भत्ते में चार चांद।