LPG Cylinder Price – एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिला है। आम जनता के बजट पर सीधा असर डालने वाली एलपीजी गैस की दरें हर महीने तय की जाती हैं और इस बार बृहस्पतिवार को जारी नए रेट ने लोगों का ध्यान खींचा है। घरेलू और वाणिज्यिक दोनों तरह के सिलेंडरों के दामों में उतार-चढ़ाव से घर-गृहस्थी का खर्च प्रभावित होता है। सरकार और तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार और कच्चे तेल की कीमतों को देखते हुए एलपीजी की नई दरें तय करती हैं। इसलिए हर उपभोक्ता के लिए यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि उसके शहर में आज का ताजा भाव क्या है।

बृहस्पतिवार को जारी एलपीजी सिलेंडर का नया रेट
आज बृहस्पतिवार को जारी किए गए नए एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों ने उपभोक्ताओं को राहत और चिंता दोनों दी है। कुछ महानगरों में दाम घटे हैं तो कुछ जगहों पर मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली है। घरेलू सिलेंडर की कीमत कम होने से गृहिणियों और आम परिवारों को राहत मिलेगी, वहीं होटल-रेस्टोरेंट मालिकों को व्यावसायिक सिलेंडर के दाम बढ़ने से खर्च बढ़ता नजर आएगा। यह बदलाव हर महीने की पहली तारीख या किसी विशेष दिन पर कंपनियों द्वारा लागू किया जाता है। ऐसे में लोगों को चाहिए कि वे नए रेट को ध्यान में रखते हुए अपने खर्च की योजना बनाएं।
एलपीजी कीमतों में बदलाव के कारण
एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार से गहराई से जुड़ी होती हैं। कच्चे तेल की कीमत, डॉलर और रुपये के बीच का उतार-चढ़ाव और सरकार द्वारा लगाई जाने वाली टैक्स नीतियां इन दरों को प्रभावित करती हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमत बढ़ने पर घरेलू उपभोक्ता को ज्यादा खर्च करना पड़ता है। वहीं, कभी-कभी सब्सिडी का ऐलान किया जाता है जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल जाती है। कीमतों में इस अस्थिरता के कारण उपभोक्ताओं को हर महीने नए बदलाव का इंतजार करना पड़ता है और अपने मासिक बजट को उसी हिसाब से एडजस्ट करना पड़ता है।
घरेलू उपभोक्ताओं पर असर
घरेलू उपभोक्ताओं के लिए एलपीजी सिलेंडर की कीमतों का सीधा असर रसोई के खर्च पर पड़ता है। जब सिलेंडर महंगा होता है तो परिवार का बजट बिगड़ जाता है और अन्य जरूरी खर्चों में कटौती करनी पड़ती है। वहीं, कीमतों में कमी आने से लोगों को राहत मिलती है और उनकी मासिक बचत बढ़ सकती है। खासतौर पर मध्यमवर्गीय और निम्नवर्गीय परिवारों पर इस बदलाव का सबसे ज्यादा असर होता है। सरकार समय-समय पर सब्सिडी के जरिए इन परिवारों को राहत देने की कोशिश करती है ताकि हर घर तक सस्ते दामों पर रसोई गैस उपलब्ध हो सके।
उद्योग और व्यापार पर प्रभाव
केवल घरेलू ही नहीं बल्कि उद्योग और व्यापारिक संस्थानों पर भी एलपीजी सिलेंडर की कीमतों का असर पड़ता है। होटल, रेस्टोरेंट और छोटी फैक्ट्रियां एलपीजी पर ही निर्भर रहती हैं। जब व्यावसायिक सिलेंडर के दाम बढ़ते हैं तो उनके खर्च भी बढ़ जाते हैं और इसका बोझ सीधे ग्राहकों पर डाला जाता है। यही वजह है कि एलपीजी दरों में छोटे से बदलाव का असर बाजार की कीमतों और आम आदमी की जेब दोनों पर एक साथ दिखाई देता है। इसलिए हर महीने सिलेंडर के नए रेट पूरे देश के लिए बड़ी खबर बन जाते हैं।