PM Kisan Yojana Update – प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) 2025 के तहत केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब देश के 14 राज्यों में किसानों के लिए किसान पहचान पत्र अनिवार्य कर दिया गया है। इस नए नियम के अनुसार, जिन किसानों के पास यह पहचान पत्र नहीं होगा, उन्हें योजना के तहत आर्थिक लाभ नहीं मिलेगा। यह कदम लाभार्थियों की सही पहचान सुनिश्चित करने और धोखाधड़ी को रोकने के लिए उठाया गया है। सरकार का उद्देश्य है कि योजना का लाभ सिर्फ वास्तविक और पात्र किसानों को ही मिले। आइए जानते हैं इस बदलाव से जुड़ी अहम जानकारी।

किसान पहचान पत्र क्यों हुआ अनिवार्य?
केंद्र सरकार ने पाया कि कई बार अपात्र लोग भी इस योजना का लाभ उठा लेते हैं, जिससे असली किसानों को नुकसान होता है। इसी वजह से अब 14 राज्यों में किसान पहचान पत्र अनिवार्य कर दिया गया है। इस पहचान पत्र के जरिए सरकार लाभार्थियों की सटीक पहचान कर सकेगी। इससे योजना में पारदर्शिता आएगी और फर्जीवाड़ा रोका जा सकेगा। सरकार का मानना है कि यह कदम किसानों के हित में है और इससे उन्हें समय पर और सही आर्थिक सहायता मिल सकेगी।
किन राज्यों में लागू हुआ नया नियम?
यह नया नियम जिन 14 राज्यों में लागू किया गया है, उनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा, कर्नाटक, पंजाब, गुजरात, ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, तमिलनाडु और तेलंगाना शामिल हैं। इन राज्यों के किसानों को अब किसान पहचान पत्र बनवाना अनिवार्य होगा। जिन किसानों के पास यह कार्ड नहीं होगा, उन्हें अगली किस्त का लाभ नहीं मिलेगा। सरकार ने पहले ही इस बारे में सभी राज्यों को सूचित कर दिया है और किसानों को समय रहते कार्ड बनवाने की सलाह दी है।
कैसे बनवाएं किसान पहचान पत्र?
किसान पहचान पत्र बनवाने की प्रक्रिया आसान है। इसके लिए किसान को अपने नजदीकी CSC सेंटर या कृषि विभाग के कार्यालय में जाना होगा। वहां उन्हें अपने आधार कार्ड, भूमि अभिलेख और बैंक पासबुक की कॉपी जमा करनी होगी। इसके बाद अधिकारी उनके दस्तावेज़ों की जांच कर किसान पहचान पत्र जारी करेंगे। इस कार्ड में किसान की व्यक्तिगत जानकारी, भूमि का विवरण और बैंक खाता नंबर शामिल होगा। यह कार्ड एक यूनिक आईडी के रूप में काम करेगा जिससे सरकार सीधे लाभ पहुंचा सकेगी।
बिना कार्ड के नहीं मिलेगा योजना का लाभ
सरकार ने साफ कर दिया है कि अब किसान पहचान पत्र के बिना पीएम किसान योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। पहले कुछ किसानों को आधार और बैंक खाता नंबर के आधार पर पैसा मिल जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। नए नियम के तहत सिर्फ वही किसान अगली किस्त के हकदार होंगे जिनके पास वैध किसान पहचान पत्र होगा। यह नियम 2025 से प्रभावी हो चुका है और इसके अनुपालन के लिए केंद्र ने राज्यों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। किसान समय रहते अपना कार्ड बनवाएं ताकि उन्हें योजना का लाभ मिलता रहे।
क्या किसान पहचान पत्र का उपयोग अनिवार्य होना चाहिए?
हां, इससे किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।
क्या किसानों के लिए ऑनलाइन PM किसान पोर्टल शुरू करना चाहिए?
हां, किसानों को ऑनलाइन सुविधाएं उपलब्ध करनी चाहिए।
क्या PM किसान योजना किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करेगी?
हां, PM किसान योजना किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकती है।
क्या किसानों को ऑनलाइन पहचान पत्र अपडेट करना चाहिए?
हाँ, किसानों को ऑनलाइन पहचान पत्र अपडेट करना चाहिए।