New Pension Rules – देशभर में करोड़ों वृद्ध, विधवा और विकलांग नागरिक सरकारी पेंशन योजनाओं पर निर्भर रहते हैं। इन पेंशन योजनाओं के माध्यम से सरकार उन लोगों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है जो अपने जीवन के इस पड़ाव पर कमाई नहीं कर सकते। अब 9 अगस्त 2025 से इन पेंशन योजनाओं से जुड़े कुछ अहम बदलाव लागू होने जा रहे हैं, जिनका सीधा असर लाभार्थियों पर पड़ेगा। सरकार ने यह बदलाव सिस्टम को और पारदर्शी बनाने, फर्जीवाड़ा रोकने और जरूरतमंद लोगों तक सही समय पर लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किए हैं। ऐसे में हर पेंशनधारी को इन नए नियमों की पूरी जानकारी होना जरूरी है ताकि वे किसी भी तरह की परेशानी से बच सकें।

ई-केवाईसी अब अनिवार्य होगा
नए नियमों के अनुसार अब सभी पेंशन लाभार्थियों को अपनी पहचान का डिजिटल सत्यापन करवाना अनिवार्य होगा। यानी अब ई-केवाईसी के बिना पेंशन जारी नहीं की जाएगी। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि किसी भी मृत या अपात्र व्यक्ति को गलती से पेंशन न मिले। पेंशनर्स को आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी को समय रहते अपडेट करवाना होगा और इसे अपने बैंक खाते से लिंक करना भी जरूरी होगा।
बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण से हर महीने की पुष्टि
अब हर पेंशनर्स को हर महीने अपने जीवित होने की पुष्टि बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के ज़रिए करनी होगी। इसके लिए सरकार पोर्टल और मोबाइल ऐप्स के माध्यम से सुविधा उपलब्ध करा रही है। यह प्रक्रिया सरल होगी लेकिन समय पर पूरी करनी अनिवार्य होगी, नहीं तो उस महीने की पेंशन रोक दी जाएगी। वृद्ध या विकलांग लाभार्थियों के लिए घर बैठे बायोमेट्रिक सुविधा का विकल्प भी दिया जा सकता है।
बैंक खातों का समय-समय पर पुनः सत्यापन
पेंशन भुगतान में होने वाली देरी और गड़बड़ियों को रोकने के लिए अब पेंशन से जुड़े बैंक खातों का समय-समय पर पुनः सत्यापन किया जाएगा। यदि किसी लाभार्थी का खाता निष्क्रिय पाया जाता है, तो पेंशन रोकी जा सकती है। इसलिए पेंशनर्स को अपने खातों को सक्रिय और अपडेट रखना होगा, ताकि पेंशन नियमित रूप से आती रहे।
नई पात्रता समीक्षा प्रणाली
9 अगस्त से एक नई पात्रता समीक्षा प्रणाली शुरू होगी जिसके अंतर्गत सरकार समय-समय पर पेंशन लाभार्थियों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति की समीक्षा करेगी। यदि कोई व्यक्ति अब इन पेंशन योजनाओं की पात्रता में नहीं आता, तो उसकी पेंशन रोकी जा सकती है। इस प्रणाली के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि केवल जरूरतमंद लोगों को ही पेंशन का लाभ मिले।
ऑनलाइन शिकायत और समाधान प्रणाली
सरकार ने एक डिजिटल शिकायत निवारण प्रणाली भी शुरू की है, जिससे पेंशनर्स अपनी शिकायतें ऑनलाइन दर्ज करवा सकते हैं और ट्रैक भी कर सकते हैं। इसका उद्देश्य यह है कि वृद्ध और विकलांग नागरिकों को दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें। यह सेवा मोबाइल ऐप और पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध होगी और समय-सीमा में शिकायत का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।
डिजिटल भुगतान की अनिवार्यता
अब सभी पेंशन भुगतान केवल डिजिटल माध्यम से ही किए जाएंगे। नकद भुगतान या पोस्ट ऑफिस के ज़रिए भुगतान को पूरी तरह बंद किया जाएगा। इसका उद्देश्य पारदर्शिता बढ़ाना और भ्रष्टाचार को खत्म करना है। जिन पेंशनर्स के पास बैंक खाता नहीं है, उन्हें 9 अगस्त से पहले खाता खुलवाना अनिवार्य कर दिया गया है।
पेंशन योजनाओं में 9 अगस्त से लागू होने वाले ये नए नियम पेंशन सिस्टम को अधिक पारदर्शी और लाभार्थी केंद्रित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। वृद्ध, विधवा और विकलांग पेंशनर्स के लिए यह ज़रूरी है कि वे इन नियमों को समय रहते समझें और आवश्यक कार्यवाहियां पूरी कर लें। इससे न केवल उन्हें बिना रुकावट पेंशन मिलती रहेगी, बल्कि वे किसी कानूनी या तकनीकी अड़चन से भी बच पाएंगे। सरकार का उद्देश्य है कि वंचित और जरूरतमंद नागरिकों को सही समय पर, सही तरीके से लाभ पहुंचे – और यही इन बदलावों की सबसे बड़ी वजह भी है।