Union Bank FD Scheme – यूनियन बैंक की फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) स्कीम उन निवेशकों के लिए भरोसेमंद विकल्प है जो तय समय में सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं। यदि आप ₹2,00,000 जमा करते हैं, तो उदाहरण के तौर पर 7.25% वार्षिक ब्याज दर (तिमाही चक्रवृद्धि) और 2 साल की अवधि पर कुल अनुमानित ब्याज लगभग ₹30,908 बनता है, यानी मैच्योरिटी राशि करीब ₹2,30,908* होगी। FD में आपको ब्याज लेने के विकल्प मिलते हैं—क्यूम्युलेटिव (मैच्योरिटी पर एकमुश्त) या नॉन-क्यूम्युलेटिव (मासिक/त्रैमासिक पेआउट) ताकि नियमित आय की जरूरत भी पूरी हो सके। वरिष्ठ नागरिकों को आमतौर पर अतिरिक्त दर का लाभ मिलता है, जबकि ऑटो-रिन्यूअल, नामांकन (Nomination) और लोन-अगेन्स्ट-FD जैसी सुविधाएं भी मददगार हैं। FD खोलना अब आसान है—नेट बैंकिंग/मोबाइल ऐप से कुछ मिनट में या शाखा में जाकर KYC के साथ। ध्यान दें कि वास्तविक ब्याज दरें बैंक की नीतियों पर निर्भर होती हैं और समय-समय पर बदल सकती हैं; इसलिए निवेश से पहले यूनियन बैंक की आधिकारिक वेबसाइट/ऐप या नज़दीकी शाखा से वर्तमान दरें ज़रूर सत्यापित करें। *यह सिर्फ एक शैक्षिक गणना का उदाहरण है।

स्कीम की मुख्य खूबियाँ और रिटर्न की समझ
यूनियन बैंक FD में आप लचीली अवधि चुन सकते हैं—आम तौर पर 7 दिन से लेकर 10 साल तक। छोटी अवधि पर लिक्विडिटी मिलती है, जबकि लंबी अवधि पर अपेक्षाकृत बेहतर रेट्स मिल सकते हैं। ब्याज कैलकुलेशन अधिकतर तिमाही चक्रवृद्धि आधार पर होता है, जिससे क्यूम्युलेटिव विकल्प में आपका ब्याज भी आगे ब्याज कमाता है। नॉन-क्यूम्युलेटिव विकल्प उन निवेशकों के लिए बेहतर है जिन्हें हर माह/त्रैमासिक कैश-फ्लो चाहिए होता है। न्यूनतम जमा राशि आम तौर पर कम रखी जाती है (जैसे ₹1,000/₹5,000), जिससे नए निवेशक भी आसानी से शुरुआत कर सकें; उच्चतम सीमा प्रायः नहीं होती। FD के बदले बैंक से 80–90% तक ओवरड्राफ्ट/लोन सुविधा मिल सकती है—आपात स्थिति में यह सस्ता और सरल विकल्प बनता है। वरिष्ठ नागरिकों को सामान्यतः 0.50% तक अतिरिक्त ब्याज का लाभ दिया जाता है। ऑटो-रिन्यूअल, आंशिक/पूर्ण प्रीमैच्योर क्लोजर नियम, और नामांकन जैसी सुविधाएं स्कीम को व्यावहारिक बनाती हैं।
पात्रता, दस्तावेज़ और खाता खोलने की प्रक्रिया
FD कोई भी भारतीय निवासी, NRO/NRE खाता धारक, या HUF/फर्म/कंपनी खोल सकती/सकता है (बैंक की नीति अनुसार)। संयुक्त खाता (जॉइंट) और नाबालिग के नाम पर अभिभावक के माध्यम से भी FD संभव है। दस्तावेज़ों में वैध KYC (PAN, Aadhaar/वैकल्पिक पहचान, पते का प्रमाण) और हालिया फोटो शामिल होते हैं। खाता खोलना दो तरीकों से आसान है: (1) डिजिटल—यूनियन बैंक की नेट बैंकिंग/मोबाइल ऐप (U-Mobile/Union Bank ऐप) में लॉग-इन कर “टर्म डिपॉज़िट/FD” चुनें, अवधि और पेआउट मोड सेट करें, ऑटो-रिन्यूअल ऑन/ऑफ करें और कन्फर्म करें; (2) शाखा—FD आवेदन फॉर्म भरें, KYC संलग्न करें, चेक/कैश/खाते से ट्रांसफर द्वारा धनराशि जमा करें। नामांकन (Nomination) ज़रूर दर्ज करें, ताकि किसी अनहोनी की स्थिति में आपकी धनराशि कानूनी रूप से सही व्यक्ति तक पहुँचे। डिजिटल मोड में रसीद (e-receipt) तुरंत मिलती है; शाखा में भौतिक रसीद दी जाती है। मैच्योरिटी पर राशि आपके सेविंग्स खाते में क्रेडिट हो जाती है या निर्देशानुसार रिन्यू होती है।
टैक्स, TDS और प्रीमैच्योर क्लोज़र के नियम
FD से मिलने वाला ब्याज “इनकम फ्रॉम अदर सोर्सेज” में टैक्सेबल होता है। एक वित्त वर्ष में कुल ब्याज ₹40,000 (सीनियर सिटिज़न के लिए ₹50,000) से अधिक होने पर बैंक TDS काट सकता है (प्रचलित नियम अनुसार); योग्य होने पर आप Form 15G/15H देकर TDS से राहत ले सकते हैं। 5 साल की टैक्स-सेवर FD में सेक्शन 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट मिल सकती है, पर इसमें प्रीमैच्योर क्लोज़र सामान्यतः संभव नहीं होता। आम FD को समय से पहले तोड़ा जा सकता है, लेकिन बैंक की नीति अनुसार 0.5%–1% तक का ब्याज-पेनल्टी/रेट-रिडक्शन लग सकता है—इसलिए टेन्योर चुनते समय अपनी लिक्विडिटी ज़रूरतें ज़रूर आँकें। नॉन-क्यूम्युलेटिव पेआउट चुनने पर नियमित कैश-फ्लो तो मिलेगा, पर चक्रवृद्धि का पूरा लाभ नहीं मिलेगा। PAN अपडेट रखें, वरना उच्च दर से TDS कट सकता है। ई-रसीद/स्टेटमेंट सुरक्षित रखें—टैक्स फाइलिंग के समय ब्याज-आमदनी की सही रिपोर्टिंग सरल रहती है।

महत्वपूर्ण सावधानियाँ, गणना का उदाहरण और सुरक्षा
गणना उदाहरण: ₹2,00,000 जमा, 7.25% वार्षिक दर (तिमाही चक्रवृद्धि), 2 वर्ष—मैच्योरिटी लगभग ₹2,30,908 और कुल ब्याज करीब ₹30,908। यह सिर्फ शैक्षिक अनुमान है; वास्तविक रिटर्न चुनी गई अवधि/दर/पेवाउट मोड पर निर्भर करेगा। दरें समय-समय पर बदलती हैं, इसलिए निवेश से पहले यूनियन बैंक की आधिकारिक वेबसाइट/ऐप/शाखा से वर्तमान ROI और शर्तें लिखित में लें। ईमेल-SMS अलर्ट, ऑटो-रिन्यूअल निर्देश, और नामांकन की पुष्टि करें। यदि आपको किसी लक्ष्य (जैसे बच्चों की फीस/यात्रा) के लिए निश्चित तारीख चाहिए, तो नॉन-ऑटो-रिन्यूअल सेट करें और मैच्योरिटी पर क्रेडिट का मोड स्पष्ट रखें। विविधीकरण हेतु FD के साथ डेट फंड/रीकरिंग डिपॉज़िट जैसे विकल्पों पर भी विचार करें। सुरक्षा की दृष्टि से, बैंक जमा पर DICGC बीमा वर्तमान नियमों के अनुसार प्रति जमाकर्ता-प्रति बैंक ₹5 लाख तक मिलता है—फिर भी राशि विभाजित कर रखने से जोखिम और बेहतर प्रबंधित होता है।